दोस्ती को नया आयाम दिया | दोस्ती पर शेरो शायरी by Shaad Udaipuri

दोस्ती को नया आयाम दिया
उसको रुसवा सरेआम किया
जाने अनजाने कैसे और कब
उसको यूँ ही बदनाम किया
चाहत तो कुछ और ही थी
नज़रों ने क़त्लेआम किया
डरते नही हम रूसवाई से
कैसा उसने अंजाम दिया
इश्क़ किया दिल से 'शाद'
कैसा उसने इनाम दिया
बदनामी से डरकर उसने
हमको फिर से अनजान किया
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