क्यूँ दिल को आज सुकून नहीं | हिंदी शायरी - शायर शाद उदयपुरी
क्यूँ दिल को आज सुकून नहीं
सब तो है पर, कुछ कमी सी है
याद आता है बचपन जो जिया हमने
याद करते ही आँखो में, कुछ नमी सी है
आ लौट चले उस बचपन में हम
जहाँ आज भी हमारी सांस, कुछ थमी सी है
लगता है हम साथ ही है आज भी
फिर क्यूँ दिल में आज, कुछ कमी सी है
याद करते हैं माँ को, ज़िंदगी के हर मोड़ पर
याद करते ही आँखों में, कुछ नमी सी है
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